Saturday 7 March 2015

होली मना रहे बच्चों पर पुलिस ने बिना वजह डंडे बरसाए

लुधियाना-(रघबीर ) रंगो के त्योहर होली को पूरे देश में बड़े ही हर्षोल्लास से मनाया जाता है। कहते हैं, कि होली के दिन भेद-भाव ,दुश्मनी को भूल कर लोग एक दूसरे के गले मिलते है  और आपसी प्यार बांटते है,परन्तु बदलते समय में त्योहारों का मतलब भी बदल गया है। आज कल के समय में कुछ ही लोग होंगे जो होली के पर्व को खुशियों के साथ मनाते होंगे।रीति रिवाज़ को जिन्दा रखते हुए बच्चों में इस त्यौहार को मनाने का कुछ उत्साह देखने को मिलता है। बदलते समय में कुछ लोगों को इन बच्चों की खुशी भी बर्दाश्त नहीं होती। विगत दिवस होली के त्यौहार को मनाने के लिए बच्चे खुशी-खुशी अपने दोस्तों के संग अपने वाहनो पर सवार हो,हाथों में लाल,पीले,हरे ,गुलाबी रंगों को लेकर किलकारियां मारते एक दूसरे को रंग में रंग रहे थे। तभी सडक़ों पर तैनात पुलिस कर्मचारियों ने बिना वजह बच्चों पर डंडे बरसाने शुरू कर दिए। ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मचारी यह भूल गये कि कानून भी कोई चीज़ है और उनके छोटे बच्चे भी होली के पर्व को मना रहे होंगे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बच्चों को बड़ी बेरहमी से पीटा गया यदि कोई बच्चा गलती भी करता है तो उसे डांट-डपट देना चाहिए या फिर किसी व्यक्ति द्वारा उनके खिलाफ पुलिस थाने में शिकायत करने पर कानूनी कार्यवाई करनी चाहिए न कि बीच सडक़ पर डंडो से पीटना चाहिए। पुलिस कर्मचारियों द्वारा बर्बरता से बच्चों को पीटे जाना पुलिस विभाग पर सवालिया निशान लगाता है,कि यह बच्चे सिर्फ रंगो के त्यौहार पर मौज मस्ती कर रहे थे वे कोई उग्रवादी नहीं,जिन्होंने कोई संगीनअपराध किया है।  

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