Sunday 3 May 2015

मामला मरीज बलदेव कृष्ण को कौमा के बाद मौत के मुंह में पंहुचाने वाले आरोपी डाक्टर को क्लीन चिट देने का -

पंजाब स्टेट ह्यूमन राइट्स कमिशन ने नोटिस जारी कर हैल्थ विभाग के मुख्य सचिव को 12 मई को रिपोर्ट सहित किया तलब
लुधियाना (शिवराज शर्मा) पंजाब स्टेट ह्यूमन राइट्स कमिशन ने बाबा थान सिंह चौक स्थित अरोड़ा अस्पताल के डाक्टरों की लापरवाही के चलते डेढ़ वर्ष तक कौमा में रहने के बाद मरीज बलदेव कृष्ण की हुई मौत की जांच फिर से करने के लिए पंजाब सरकार के हैल्थ एंड फैमिली विभाग के मुख्य सचिव को नोटिस जारी करके 12 मई, 2015 को अब तक इस मामले में हुई जांच की रिपोर्ट सहित कमिशन के समक्ष पेश होने के आदेश दिए हैं। शिकायतकर्ता हिन्दू सिख जागृति सेना के अध्यक्ष प्रवीण डंग ने 9/4/15 को आयोग को भेजी शिकायत में उपरोक्त मामले में हुई जांच में आरोपी डाक्टर को एकतरफा क्लीन चिट देने की रिपोर्ट पर असंतुष्टि प्रकट करते हुए पंजाब स्टेट ह्यूमन राइट्स कमिशन के दरबार में फिर से जांच करवाने की मांग करते हुए पीडि़त पक्ष को इंसाफ दिलाने की गुहार लगाई थी। शिकायतकर्ता ने पंजाब स्टेट ह्यूमन राइट्स कमिशन का ध्यान इस और दिलाते हुए कहा था कि मामले खुल कर भ्रष्टाचार व लेन देन हुआ है। जिसके चलते जांच टीम ने पंजाब स्टेट ह्यूमन राइट्स कमिशन के लिखित आदेशों के बावजूद शिकायकर्ता (प्रवीण डंग) के बयान दर्ज किए बगैर ही आरोपी डाक्टर अरोड़ा से सांठ गांठ करके उसे क्लीन चिट दे दी जो कि जांच के निष्पक्ष न होने का प्रत्यक्ष प्रमाण व पीडि़त पक्ष के साथ न-इंसाफी का मुंह बोलता सबूत है। जिस पर संज्ञान लेते हुए कमीशन ने पंजाब सरकार के हैल्थ एंड फैमिली विभाग के मुख्य सचिव को नोटिस जारी करके 12 मई 2015 को अब तक हुई जांच के दस्तावेज लेकर आयोग के समक्ष पेश होने का नोटिस जारी किया है। हिन्दू सिख जागृति सेना के अध्यक्ष प्रवीण डंग ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर अब भी पीडि़त परिवार को इंसाफ और डाक्टर को सजा न मिली तो वह माननीय पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में जनहित याचिका लगा कर आरोपी डाक्टर को सजा दिलवाने का प्रयास करेंगे।

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