Friday 18 September 2015

पंजाब के स्कूलों - कॉलेजों में ईद के दिन छुट्टी न होना अफसोसजनक

शिक्षण संस्थानों में धार्मिक भेदभाव न किया जाए - शाही इमाम पंजाब
लुधियाना- (सम्राट )-25 सितम्बर को मनाए जाने वाले ईद-उल-जुहा (बकरा ईद) के दिन पंजाब के स्कूलों- कॉलेजों में छुट्टी न करना अफसोसजनक है। उक्त विचार लुधियाना जामा मस्जिद में पत्रकार सम्मेलन के दौरान पंजाब के शाही इमाम मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवी ने प्रकट हुए कहा कि बड़े ही अफसोस की बात है कि अक्सर शिक्षण संस्थानों की प्रबंधक कमेटियों ने  ईद-उल-जुहा की छुट्टी तो क्या करनी थी, 25 तारीख को इम्तिहान रख दिए है, जिस कारण मुस्लिम विद्यार्थी चाहकर भी नमाज-ए-ईद अदा नहीं कर सकेगें। उन्होंने कहा कि पंजाब धार्मिक सदभावना के कारण देश के लिए एक मिसाल रहा है। पिछले दो तीन वर्षों से पंजाब के स्कूलों -कॉलेजों की मनमानी की वजह से भेदभाव का माहौल पैदा हो रहा है।
शाही इमाम पंजाब मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवी ने कहा कि इस दौरान ज्यादा निराशाजनक स्थिति प्रशासन की बनी हुई है जो कि सब कुछ जानते हुए भी मूकदर्शक बना हुआ है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि इस सम्बन्ध में जामा मस्जिद कमेटी की ओर से कई बार जिलाधीश रजत अग्रवाल से सम्पर्क करने की कोशिश की गई परन्तु उनकी ओर से मिलने का समय नहीं दिया गया। उन्होंने बताया कि इस सम्बन्ध में एक ज्ञापन मुख्यमंत्री पंजाब प्रकाश सिंह बादल के नाम विगत दिवस शिकायत निवारण अधिकारी मैडम डॉ. कन्नू थिंद को गया था। न्होंने  कहा कि स्कूलों- कॉलेजों की ओर से ईद पर छुट्टी न करना निन्दनीय नहीं बल्कि निराशाजनक है क्योंकि शिक्षण संस्थान ही भारत की एकता और अखंडता की नींव को मजबूत करते है। यदि शिक्षा के मंदिरों में ही ऐसे फैसले होंगे तो बच्चों पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा?यह प्रश्न लोगों के मनो में कौंध रहा है । एक प्रश्न के उत्तर में शाही इमाम ने कहा कि यदि स्कूलों- कॉलेजों की ओर से ईद के दिन छुट्टी नहीं की जाती तो वह मुस्लिम समुदाय से आव्हान करेंगे कि ईद के दिन काली पट्टियां बांधकर नमाज अदा करे। इस अवसर पर शाही इमाम के मुख्य सचिव मुहम्मद मुस्तकीम, बाबुल खान विशेष रूप से उपस्थित थे।



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