*देश के प्रधान मंत्री के नाम भेजा ज्ञापन
लुधियाना- (सम्राट)लेखक प्रो एम एम कुलबर्गी (कर्नाटक) के कातिलों को सजा दिलवाने की मांग को लेकर आज भाईवाला चौंक स्थित शहीद करतार सिंह सराभा की प्रतिमा को नमन करने के पश्चात कोमागाटामारू यादगार कमेटी,जमहूरी अधिकार सभा व तर्कशील सोसायटी के नेतृत्व में विभिन्न जनतक जत्थेबंदियों के सहयोग से रोष रैली की गई। रैली में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए नेताओं ने कहा कि सौ पुस्तकों के लेखक पूर्व वाईस चांसलर प्रोफैसर एम एम कुलबर्गी को क़त्ल करके फिरकू फाशी ताकतों ने भारत की अग्रिम जमहूरी,तर्कशील व देश प्रेमी ताकतों को चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि दूसरी तरफ पहले महाराष्ट्र सरकार ने नरेंद्र दबोलकर (पुणे ) फिर लोक आगू कॉमरेड गोबिंद पानसरे (पुणे ) तथा 15 जून को मध्यप्रदेश सरकार ने पत्रकार संजीव कुठारी के कातिलों को अभी तक गिरफ्तार न करके प्रोफैसर कुलबर्गी के कातिलों के लिए सभी रास्ते समतल कर दिए हैं।नेताओं ने कहा कि अब ऐसी स्थिती बन चुकी है कि कातिल खुलेआम घूम रहे है,जिन्हें किसी खौफ नहीं है। उन्होंने घोषणां करते हुए कहा कि विचारों की आज़ादी पर जि़ंदगी जीने की आज़ादी को किसी भी कीमत पर कुचलने नहीं दिया जाएगा। देश के कोने कोने में उक्त लोगों के कातिलों के खिलाफ आवाज़ बुलंद की जा रही है। यदि अवगी भी उक्त क़त्ल करने वाले कातिलों को गिरफतार नहीं किया जाता तो आंदोलन को प्रचंड किया जायेगा। प्रदर्शनकारियों ने भाईवाला चौंक से लघु सचिवालय तक पैदल रोष मार्च करके जिला प्रशासन के माध्यम से एक ज्ञापन देश के प्रधान मंत्री को भेजा गया जिसमे कातिलों साजिशकर्ताओं को तुरंत सजा दिलवाने की मांग की गई। इस अवसर पर का.गुरनाम सिंह सिद्धू,प्रोफैसर ए के मलेरी,मास्टर जसदेव सिंह ललतों,जसवंत जीरख,उजागर सिंह बद्दोवाल,कस्तूरी लाल,एडवोकेट कुलदीप सिंह,सेवामुक्त कर्नल एस बराड़,जोगिंद्र आज़ाद,कंवलजीत सिंह खन्ना,विजय नारायण,अरविंद,पवन कुमार कौशल आदि ने संबोधन किया।
लुधियाना- (सम्राट)लेखक प्रो एम एम कुलबर्गी (कर्नाटक) के कातिलों को सजा दिलवाने की मांग को लेकर आज भाईवाला चौंक स्थित शहीद करतार सिंह सराभा की प्रतिमा को नमन करने के पश्चात कोमागाटामारू यादगार कमेटी,जमहूरी अधिकार सभा व तर्कशील सोसायटी के नेतृत्व में विभिन्न जनतक जत्थेबंदियों के सहयोग से रोष रैली की गई। रैली में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए नेताओं ने कहा कि सौ पुस्तकों के लेखक पूर्व वाईस चांसलर प्रोफैसर एम एम कुलबर्गी को क़त्ल करके फिरकू फाशी ताकतों ने भारत की अग्रिम जमहूरी,तर्कशील व देश प्रेमी ताकतों को चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि दूसरी तरफ पहले महाराष्ट्र सरकार ने नरेंद्र दबोलकर (पुणे ) फिर लोक आगू कॉमरेड गोबिंद पानसरे (पुणे ) तथा 15 जून को मध्यप्रदेश सरकार ने पत्रकार संजीव कुठारी के कातिलों को अभी तक गिरफ्तार न करके प्रोफैसर कुलबर्गी के कातिलों के लिए सभी रास्ते समतल कर दिए हैं।नेताओं ने कहा कि अब ऐसी स्थिती बन चुकी है कि कातिल खुलेआम घूम रहे है,जिन्हें किसी खौफ नहीं है। उन्होंने घोषणां करते हुए कहा कि विचारों की आज़ादी पर जि़ंदगी जीने की आज़ादी को किसी भी कीमत पर कुचलने नहीं दिया जाएगा। देश के कोने कोने में उक्त लोगों के कातिलों के खिलाफ आवाज़ बुलंद की जा रही है। यदि अवगी भी उक्त क़त्ल करने वाले कातिलों को गिरफतार नहीं किया जाता तो आंदोलन को प्रचंड किया जायेगा। प्रदर्शनकारियों ने भाईवाला चौंक से लघु सचिवालय तक पैदल रोष मार्च करके जिला प्रशासन के माध्यम से एक ज्ञापन देश के प्रधान मंत्री को भेजा गया जिसमे कातिलों साजिशकर्ताओं को तुरंत सजा दिलवाने की मांग की गई। इस अवसर पर का.गुरनाम सिंह सिद्धू,प्रोफैसर ए के मलेरी,मास्टर जसदेव सिंह ललतों,जसवंत जीरख,उजागर सिंह बद्दोवाल,कस्तूरी लाल,एडवोकेट कुलदीप सिंह,सेवामुक्त कर्नल एस बराड़,जोगिंद्र आज़ाद,कंवलजीत सिंह खन्ना,विजय नारायण,अरविंद,पवन कुमार कौशल आदि ने संबोधन किया।
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