Monday 14 September 2015

एसपीएस हॉस्पिटल के डॉ. अग्रवाल का दावा

मोटे और शराबियों के लिए ज्यादा घातक है डेंगू फीवर
बिना प्लेटिलेट्स सेल कम हुए भी हो सकता है डेंगू : डॉ. गौतम अग्रवाल

लुधियाना- ( रघबीर सिंह  ) इन दिनों डेंगू फीवर ने चारों तरफ कहर बरपा रखा है। शहर में डेंगू से एक मौत भी हो चुकी है। आम तौर पर धारणा है कि प्लेटिलेट्स सेल कम होने पर डेंगू होता है। लेकिन यह बात गलत है। प्लेटिलेट्स सेल कम हुए बिना भी डेंगू हो सकता है। सतगुरू प्रताप सिंह (एसपीएस) हॉस्पिटल के इंटरनल मेडिसन डिपार्टमेंट के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. गौतम अग्रवाल ने यह दावा किया है। उनके मुताबिक मोटे और शराबियों के लिए डेंगू ज्यादा घातक होता है। डॉ. अग्रवाल ने बताया कि मोटापे का शिकार हुए लोगों, शुगर के मरीजों, किडनी व लिवर की बीमारी की चपेट में आए लोगों और ज्यादा शराब पीने वालों के लिए डेंगू ज्यादा घातक होता है। इसके अलावा बच्चों और बूढ़े इसकी चपेट में जल्दी आ जाते हैं। क्योंकि इन सभी की इम्यून पावर काफी कम होती है। उन्होंने कहा कि यह जरूरी नहीं कि डेंगू केवल उन लोगों को ही होता है, जिनके प्लेटिलेट्स सेल कम हो जाएं। कई केसों में यह देखा गया है कि प्लेटिलेट्स सेल एक से डेढ़ लाख होने के बावजूद मरीजों का डेंगू टेस्ट पॉजीटिव आया है। उन्होंने कहा कि यह कोई नई बीमारी नहीं है। इस कारण डेंगू को लेकर ज्यादा डरना नहीं चाहिए। कोशिश करें कि घर में एक ही बर्तन, घड़े, खुली टंकी, टायर या कूलर जैसी किसी भी चीज में साफ पानी ज्यादा दिनों तक नहीं रहें। क्योंकि इसी साफ पानी में डेंगू का मच्छर पैदा होता है और यह ज्यादातर दिन में ही काटता है। डेंगू होने पर मरीज को मच्छरदानी में रखें। ताकि कोई मच्छर उसे काटकर किसी दूसरे को यह बीमारी नहीं दे सके।
देसी नुस्खा खराब कर सकता है पेट
डॉ. अग्रवाल ने बताया कि प्लेटिलेट्स सेल कम होने पर ज्यादातर लोग देसी नुस्खे आजमाने लगते हैं। एसपीएस हॉस्पिटल में आए कई मरीजों ने गलो बेल या पपीते के पत्तों को उबालकर पीने से पेट खराब होने की शिकायत की है।



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