Sunday 13 September 2015

आमरण अनशन के तीसरे दिन दंगा पीड़ित महिलाओं को महेश इंद्र सिंह ग्रेवाल ने जूस पिला कर खुलवाया व्रत

*गाबड़िया को सुनाई खरी खोटी बातें 
लुधियाना- (सुनील रॉय ) अपनी मांगों को लेकर अमरण अनशन पर बैठी 1984 सिक्ख दंगा पीड़ित महिलाओं के व्रत को आज मुख्यमंत्री के सलाहकार महेश इंद्र सिंह ग्रेवाल ने जूस पिलाकर खुलवाया। इससे पहले अमरण अनशन  खुलवाने के लिए जिला योजना बोर्ड के चेयरमैन हीरा सिंह गाबड़िया जब वहां व्रत खुलवाने के लिए पहुंचे तो दंगा पीड़तों ने उन्हें खरी खोटी सुनाते हुए वापस भेज दिया। उल्लेखनीय है कि लाल कार्ड रद्द करवाने व फ्लैट अलाट करवाने सहित कई अन्य मांगों  लेकर पिछले तीन दिन से पांच दंगा पीड़ित विधवाएँ 1984 सिक्ख कत्लेआम पीड़ित वैलफेयर सोसायटी महिला विंग की अध्यक्ष बीबी गुरदीप कौर के नेतृत्व में मरण व्रत पर बैठी हुई थी। आज जिला योजना बोर्ड के चेयरमैन हीरा सिंह गाबड़िया मुख्यमंत्री के सन्देश के साथ मरण व्रत पर बैठी विधवाओं के पास पहुंचे और मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल से मीटिंग करवाने का आश्वासन देते हुए व्रत तोड़ने के लिए कहा परन्तु उन्होंने व्रत तोड़ने से साफ़ इंकार करते हुए उन्हें खरी -खोटी सुनाते हुए बैरंग लौटा दिया। इसके पश्चात मुख्यमंत्री के सलाहकार महेशइंद्र सिंह ग्रेवाल के कहने पर उन्होंने व्रत तोड़ दिया। महेशइंद्र सिंह ग्रेवाल ने कहा कि मई में दंगा पीड़त सोसायटी  मुख्यमंत्री के बीच हुई मीटिंग में दंगा पीड़तों के मध्य कुछ फैसले हुए थे वह किसी कारणवश लागू नहीं हो सके,किसके चलते दंगा पीड़त परिवारों को आमरण अनशन जैसे फैसले लेने पड़े जिसके लिए वह शर्मिंदा हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से बात हुई है कि दंगा पीड़ित सोसायटी की सोमवार को मुख्यमंत्री स बादल से मीटिंग करवाई जाएगी। महेशइंद्र सिंह ग्रेवाल के आश्वासन देने के बाद ही आमरण अनशन पर बैठी महिलाओं ने जूस पी कर व्रत तोडा।

जब गाबड़िया ने अमरण अनशन पर बैठी विधवाओं को जूस पिलाने के लिए की खुशामद 
आज उस समय सभी को बड़ी हैरानी हुई जब पूर्व मंत्री व जिला योजना बोर्ड के चेयरमैन हीरा सिंह गाबड़िया मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का सन्देश लेकर अमरण अनशन पर बैठी दंगा पीड़ित विधवाओं  का व्रत तुड़वाने के लिए जूस पिलाने के लिए उनकी खुशामद करते रहे परन्तु उन्होंने की एक न सुनी। दंगा पीड़ितों का कहना था कि इतने वर्षों में दंगा पीड़ितों के लिए गाबड़िया ने कुछ नहीं किया। गाबड़िया ने अमरण अनशन पर बैठे दंगा पीड़तों की सोसायटी के प्रधान सुरजीत सिंह की मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल से फोन पर बातचीत भी करवाई और उनकी सभी मांगों को मनवाने की बात भी कही और इस मामले में चंडीगढ़ मीटिंग करवाने का भी भरोसा दिया। इसके बावजूद भी उन्होंने गाबड़िया से जूस नहीं पिया।

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