Sunday 15 February 2015

मुस्लिम बंदूक की नोक और इसाई नोटो के बल पर धर्म परिवर्तन करवा भारत में बढ़ा रहें अपनी जनसंख्या - राघव रैड्डी

* हिन्दू समाज धर्म प्रचार के लिए विहिप को दे दसंवध  
* विश्व हिन्दू परिषद के स्वर्ण जंयति वर्ष के उपलक्ष्य में आोयजित हुआ विराट धर्म स्ममेलन 
लुधियाना-(रघबीर ) मुस्लिम बंदूक की नोक और ईसाई नोटों की ताकत के बल पर भारत में धर्म परिवर्तन करवा कर अपनी-अपनी जनसंख्या बढ़ाकर हिन्दुओ को अपने ही देश में अल्पसंख्यक बनाने के प्रयत्न कर रहें है। उपरोक्त बयान विश्व हिन्दू परिषद के अंर्तराष्ट्रीय अध्यक्ष राघव रेड्डी ने रविवार को विश्व हिन्दू परिषद के स्वर्ण जंयति स्थापना वर्ष के उपलक्ष्य में विश्व हिन्दू परिषद और बंजरग दल की लुधियाना इकाई की तरफ से चंडीगढ़ रोड स्थित सैक्टर-32-ए के गलाडा ग्रांउड में आयोजित विराट धर्म सम्मेलन में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए दिया। स्वर्ण जंयति समारोह में संत समाज से स्वामी कृष्णानंद, स्वामी चंद्ररेश्वर गिरी, स्वामी सूर्य प्रताप, स्वामी प्रकाशानंद, मंहत रामेश्वर त्यागी, स्वामी सुकेन्द्रा चार्य, अध्यात्मानंद पुरी, नामधारी सम्प्रदाय से रशपाल सिंह नामधारी ने विशेष तौर पर शामिल होकर आर्शीवचनों के माध्यम से विश्व हिन्दू परिषद के गौरवमयी इतिहास से अवगत करवाया। राघव रेड्डी ने भारत में ईसाई धर्म के प्रचार व आर्थिक तौर पर कमजोर हिन्दुओ को बहलाकर फुसलाकर धर्म परिवर्तन करवाने पर हर वर्ष 30 हजार करोड़ रुपये खर्च करने पर कहा कि ईसाई लोग धन और मुस्लिम जेहाद व बंदूक की नोक पर गुमराह करके धर्म परिवर्तन करवा रहें है। मुस्लिमों की तरफ से मस्जिदों के नाम पर 5 प्रतिशत और क्रिश्चियनों की तरफ से धर्म के नाम पर अपनी कमाई में से 10 प्रतिशत धर्म प्रचार के लिए देने पर कहा कि हिन्दू समाज भी अपनी कमाई में से धर्म के उत्थान के लिए 10 प्रतिशत विश्व हिन्दू परिषद को देकर धर्म परिवर्तन रोकने में मदद करें। महात्मा गांधी के तीन बंदरों की उदाहरण देते हुए उन्होने कहा कि तीन बंदरों की मूल भावान के विपरित हमारी न्यायपालिका ने आंखो पर पट्टी बांधकर इंसाफ का गला घोट दिया, ब्यूरोक्रेटस ने काम बंद करके जनता के दरपेश मुश्किलों के अनसुना कर दिया, महात्मा गांधी के तीसरे बंदर की तरह हमारे एक प्रधानमंत्री ने 10 वर्ष तक देश की सम्सयाओ पर चुप्पी साध ली। दुर्गा वाहिनी की क्षेत्रीय संयोजिका रजनी ठुकराल ने कहा कि मुस्लिम आंतकवाद और ईसाई भौतिकवाद के नाम पर लवजेहाद के नाम पर गरीबो को जातिवाद के नाम पर गुमराह कर रहें हैं। विश्व हिन्दू परिषद के दिल्ली प्रमुख राम कृष्ण ने कविता के माध्यम से हमको हिन्दू राष्ट्र चाहिए प्रस्तुत करके अपनी भावनाओं से जनसमूह को अवगत करवाया। विराट धर्म सम्मेलन के कार्यक्रम अध्यक्ष तरुण बावा जैन, स्वागताध्यक्ष महिन्द्र गोयल और टी आर मिश्रा ने विश्व हिन्दू परिषद के अंर्तराष्ट्रीय अध्यक्ष राघव रेड्डी और संत समाज को स्मृति चिन्ह भेंट करके आभार जताया। समारोह में विश्व हिन्दू परिषद के क्षेत्रीय संगठन मंत्री करुणा प्रकाश, आरएसएस के सहप्रांत प्रचारक प्रमोद जी, विहिप के प्रांत उपाध्यक्ष हरप्रीत सिंह गिल, मंत्री हरेन्द्र गिल, आरएसएस लुधियाना विभाग प्रमुख फूल चंद जैन, संगठन मंत्री दया शंकर, विहिप पूर्व संपर्क प्रमुख रविन्द्र अरोड़ा, विहिप के जिलाध्यक्ष सुभाष गुप्ता, मंत्री प्रदीप मिश्रा, कार्यक्रम संयोजक व उपाध्यक्ष सुकेश भारद्वाज, बजरंग दल के विभाग संयोजक आशीष बौनी, सहमंत्री राजीव शर्मा, धर्म प्रसार प्रमुख गुरमुख सिंह नामधारी, स्तसंग प्रमुख गंगासागर ठाकुर,विहिप के  गौरक्षा विभाग के अध्यक्ष राकेश खन्ना, उपाध्यक्ष मनोज चौहान, सुखदेव भाग प्रमुख दीप ठाकुर, विहिप व बजंरग दल सदस्यों में  चेतन शर्मा, कर्ण शर्मा, प्रंशात जोशी, राजेश राय, सुनील सरोआ, बृज गोपाल, सार्थक रिशी, जयपाल, अजय धोनी, कमलजीत , सुशील शर्मा, प्रभजीत सिंह सहित अन्य भी मौजूद थे।



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