Saturday 22 November 2014

एसपीएस अपोलो डॉक्टर्स ने 5 साल के बच्चे की कटी हुई बाजू को जोड़ दिया

लुधियाना--- एसपीएस अपोलो हॉस्पिटल्स, लुधियाना के डॉक्टर्स की टीम ने आज पांच साल के एक बच्चे को एक नई जिंदगी प्रदान करते हुए उसकी पूरी तरह से कट चुकी बाजू को फिर से जोड़ दिया। बच्चे की बाजू एक चारा काटने वाली टोका मशीन में आ गई थी। डॉ.आशीष गुप्ता, कंसल्टेंट एंड हैड, डिपार्टमेंट ऑफ प्लास्टिक एंड माइक्रोवस्कुर्लर सर्जरी ने कहा कि बच्चे और उसकी कटी हुई बाजू को हादसे के 2 घंटे के भीतर ही हमारे पास ले आया गया और ऐसे में रक्त के प्रवाह को फिर से जोड़ दिया गया और छह घंटे के अंदर ही पूरा आपरेशन कर बाजू को फिर से जोड़ दिया गया और सर्जरी के बाद भी तेजी से रिकवरी हुई। इस दौरान बाजू की सभी नर्वस और मांसपेशियों को भी फिर से जोड़ दिया लेकिन इनके दोबारा से काम करने में सक्षम होने में अभी कुछ महीनों का समय लगेगा। उन्होंने बताया कि चारा मशीन ने बाजू को बच्चे के शरीर से पूरी तरह से अलग कर दिया था, उसके बावजूद भी आपरेशन सफल रहा। उन्होंने बताया कि ऑर्थोपेडिशियन और प्लास्टिक सर्जरी टीम हड्डियों को दोबारा से जोड़ सकती है और रक्त नालियों और नर्वस को भी फिर से जोड़ा जा सकता है। डॉ.हरमनदीप सिंह, कंसल्टेंट्स, डिपार्टमेंट ऑफ ऑर्थोपेडिक्स एंड ट्रॉमा (जिन्होंने हड्डियों को जोडऩे का काम किया), ने बताया कि मरीजों के बीच जागरूकता और रैफरल सेंटर पर विशेषज्ञों की उपलब्धता से जिंदगी के दोबारा से सामान्य होने पर काफी फर्क पड़ता है और एक पांच साल के बच्चे के मामले में अंग कटना बेहद दुखदायी होता है। हमें पूरा विश्वास है कि बच्चे इस बेहद खतरनाक घाव से ठीक हो जाएगा और 10 दिनों में अपने घर पर भी जा पाएगा। डॉ.कपिल चिब, मेडिकल सुप्रीटेंडेंट, ने बताया कि इस सर्जरी को पूरा करने वाली टीम में डॉ.समता (इमरजेंसी), डॉ.आशीष गुप्ता (कंसल्टेंट एंड हैड प्लास्टिक एंड माइक्रोवस्कुर्लर सर्जरी), डॉ.हरमनदीप सिंह (कंसल्टेंट ऑर्थोपेडिक्स) और डॉ.विकास (पेडियाट्रिक इंटेसिव केयर) शामिल हैं और उन्होंने बच्चे के कटे हुए अंग को सफलतापूर्वक बच्चे के शरीर के साथ प्रत्यारोपित कर दिया।

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