Wednesday 19 November 2014

बंद भठ्ठे चालू करने के लिए भठ्ठा मजदूरों ने किया रोष प्रदर्शन

*जिलाधीश के माध्यम से पंजाब सरकार को भेजा मांग पत्र
लुधियाना-(सम्राट) पिछले लंबे समय से रेत -बजरी की ब्लैक के कारण बिना वजह बढ़ी कीमतों के कारण प्रान्त में भवन निर्माण के कार्य बंद पड़ गए। बढ़ी हुई कीमतों की वजह से मकान बनाना आम आदमी की पहुँच से बाहर हो गया। भवन निर्माण के कार्य में लगे करीब 12 लाख श्रमिक बेरोज़गारी की मार झेलने लगे,जिसके चलते श्रमिकों की रसोई भी ठंडी पडने लगी। दूसरी तरफ कुछ कथित रेत माफिया ने इस समय के दौरान मोटी कमाई कर ली है। बेरोज़गार हुए भठ्ठा मजदूरों ने बंद हुए बठ्ठों को चालू करने की मांग को लेकर जिलाधीश कार्यालय में जमकर रोष प्रदर्शन करते हुए सरकार विरोधी नारे लगाए और एक मांग पत्र पंजाब सरकार के नाम जिलाधीश को सौंपा। मजदूरों को नेतृत्व कर रहे पूर्व विधायक कामरेड तरसेम जोधां ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि रेत -बजरी की कालाबाजारी के चलते भठ्ठा मजदूर व भवन निर्माण से जुड़े श्रमिक बेरोज़गार हो गए हैं और उन्हें अपने परिवार का पेट पलना भी कठिन हो गया है.। माइनिंग की आड़ में कुछ भठ्ठा मालिक कथित तौर पर घटिया क्वालटी की ईंटे बना रहे हैं.। पंजाब में भठ्ठे बंद करवाने के लिए पूरा ज़ोर लगाया जा रहा है.। उन्होंने कहा कि देश के बहुत राज्यों में ईंटों के भठ्ठों का काम पूरे जोरशोर से चल रहा है और पड़ौसी राज्य से ईंटे लाकर बेची जा रही हैं.। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि ईंट माफिया भी सक्रिय होने लगा है। उन्होंने माँग करते हुए कहा कि भठ्ठा मजदूरों को बर्बाद होने से बचाने के लिए सरकार पहलकदमी करे और भठ्ठा मजदूरों के जान माल की रक्षा करे.। इस मौके प्रधान शिंदर सिंह जवद्दी के अतिरिक्त अनेकों भठ्ठा मजदूर शामिल थे। 

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