Saturday 22 November 2014

सिद्धू दंपति की बयानबाजी पर मुख्यमंत्री ने सधी चुप्पी

लुधियाना---अकाली दल पर सिद्धू दंपत्ति द्वारा की जा रही सख्त टिप्पणियों पर प्रान्त के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने पूरी तरह से चुप्पी साध ली है। स्थानीय छावनी मोहल्ला में भावाधस द्वारा आयोजित किये गए राजयस्तरीय लवकुश विजय दिवस समारोह में शिरकत करने पहुँचे बादल से जब पत्रकारों ने पूछा कि नवजोत सिंह सिद्धू के विरुद्ध अकाली दल की तरफ से भाजपा नेतृत्व के पास की गयी शिकायत पर कोई कार्रवाई नही हुई है तो उन्होंने उत्तर देते हुए कहा कि 'मेरे लिए तो सभी सम्मान जनक है,मैने किसी की भी शान के खिलाफ कभी नहीं बोला और न ही अब बोलूंगा।जब उनसे पूछ गया कि क्या सिद्धू भाजपा हाईकमान की शैह पर ऐसा बोल रहे हैं,तो स.बादल ने कहा कि वह इस बहस में ही नहीं पड़ना चाहते। उन्होंने कहा कि उनके पास और भी बहुत से काम है जिन्हे करना होता है। हरियाणा के हिसार में संत रामपाल के आश्रम की घटना के बारे में पूछे गए सवाल के जबाव में उन्होंने कहा कि यदि एक स्थान पर ऐसी घटना घटित हो गयी है तो इसका मतलब यह नहीं है कि बाकी जगह भी ऐसा ही होगा। पंजाब में कई स्थान हैं जो पवित्र हैं और वहाँ उत्तम काम हो रहे हैं। मुख्यमंत्री को भावाधस की तरफ से 'धर्म रत्न'की उपाधि से नवाज़ा गया। उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए स.बादल ने कहा कि अकाली-भाजपा सरकार ने इतिहास को संभालने में अपना जीवन व्यतीत किया है और इसी दिशा में काम कर रही है। पाक स्थल रामतीर्थ (अमृतसर) में वाल्मीकि मंदिर के निर्माण का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि दो सौ करोड़ रुपये की लागत से तैयार हो रहे भवन का 40 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है,निर्माण के पूरा होते ही उसे कौम के हवाले कर दिया जायेगा।उन्होंने भगवान वाल्मीकि जी को पूरी सृष्टि का भगवान बताते हुए कहा कि इतिहास में भगवान वाल्मीकि जी का बहुत ऊँचा तथा सुच्चा जीवन दृष्टिमान है। दलित विकास बोर्ड के चेयरमैन व भावाधस के राष्ट्रीय पदाधिकारी विजय दानव ने रामतीर्थ में वाल्मीकि मंदिर का निर्माण करवाए जाने की मुख्यमंत्री स.बादल की सरहाना करते हुए कहा कि यह मुख्यमंत्री ने नेक कार्य किया है जिसके लिए वाल्मीकी समाज हमेशा उनका ऋणी रहेगा।समारोह में चौधरी यशपाल,नरेश धींगान,लक्ष्मण द्रविड़ आदि ने भी संबोधन किया। इस धार्मिक समारोह में अन्यों के अतिरिक्त विधान सभा स्पीकर चरणजीत सिंह अटवाल,महेशइंद्र सिंह ग्रेवाल,रणजीत सिंह ढिल्लों,हीरा सिंह गाबड़िया,के जे एस चीमा,प्रोफ़ेसर राजेन्द्र भंडारी,नगर निगम मेयर हरचरण सिंह गोहलवड़िया,चौधरी मदन लाल बग्गा,गुरदेव शर्मा देवी,अमित गोसाँई,प्रवीण बांसल सहित अनेकों गणमान्य शख्सियतें शामिल थी। 


No comments:

Post a Comment