Tuesday 30 December 2014

पार्टी के 85वें स्थापना दिवस पर शाही इमाम पंजाब का ऐलान

*हम देश की सुरक्षा हेतु खून का आखिरी कतरा भी बहा देंगे
लुधियाना-(हरजीत ) भारत के स्वतंत्रता संग्राम में बढ़चढ़ कर कुर्बानियां देने वाली पार्टी मजलिस अहरार इस्लाम हिंद के 85वें स्थापना दिवस के मौके पर गत रात्रि गिल रोड पर जलसा सीरतुन नबी का आयोजन किया गया, जिसमें कड़ाके की सर्दी के बावजूद हजारों मुसलमान शामिल हुए। समारोह की अध्यक्षता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पंजाब के शाही इमाम मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवी ने की। जबकि बिहार से प्रसिद्ध मुस्लिम विद्वान मौलाना मुफ्ती मती उर रहमान कासमी, लुधियाना नगर निगम के मेयर हरचरण सिंह गोहलवडिय़ा, नायब शाही इमाम मौलाना मुहम्मद उसमान रहमानी, सरदार पंछी, शायर मुजम्मिल मीयां ने जलसे को संबोधित किया। इस मौके पर शाही इमाम पंजाब ने कहा कि इस पार्टी की स्थापना भारत के प्रसिद्ध स्वतंत्रता सैनानी रईस उल अहरार मौलाना हबीब उर रहमान लुधियानवी, सैय्यद उल अहरार, सैय्यद अताउल्लाह शाह बुखारी, चौधरी अफजल हक ने 29 दिसंबर 1929 ई0 को लाहौर के हबीब हाल में की थी। अहरार पार्टी की स्थापना इसलिए की गई थी कि हम देश में उस समय मौजूद जालिम अंग्रेज सरकार को देश से उखाड़ फैंकें और अहरार पार्टी के कार्यकत्र्ताओं ने अपने इस फर्ज को अच्छी तरह निभाया। एक-दो नहीं बल्कि हजारों अहरारी कार्यकत्र्ताओं ने स्वतंत्रता संग्राम में जेलें काटीं हैं। शाही इमाम ने कहा कि अगर आज भी जरूरत पड़ी तो हम अपने देश की सुरक्षा के लिए खून का आखिरी कतरा भी बहा देंगे। उन्होंने कहा कि अहरार किसी इतिहासकार की मुहताज नहीं है, हम अपना इतिहास अपने खून से लिखते हैं। उन्होंने कहा कि आज भी अहरारी देश की एकता और अखण्डता के लिए काम कर रहे हैं। शाही इमाम मौलाना हबीब ने कहा कि अंग्रेज तो भारत छोड़ गये, लेकिन उसके कई ‘टोढी’ आज भी देश में मौजूद हैं, जिन्हें हम बेनाब करते रहेंगे। इस अवसर पर पैगम्बरे इस्लाम हजरत मुहम्मद सल्ललाहुअलैही वसल्लम की जीवनी पर रौशनी डालते हुए शाही इमाम ने कहा कि प्यारे नबी ने इंसानियत को गुलामी से आजादी दिलवा कर दुनिया भर के इंसानों को बराबरी का दर्जा दिया। उन्होंने कहा कि आज जरूरत इस बात की है कि हर खास और आम तक पैगम्बरे इस्लाम हजरत मुहम्मद सल्ललाहुअलैही वसल्लम का पैगाम पहुंचाया जाये ताकि आपस की नफरतें, मुहब्बतों में बदल जायें। इस मौके पर मेयर हरचरण सिंह गोहलवडिय़ा ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में अहरारियों का योगदान सराहनीय है। देश के लिए ऐसा जज्बा और लग्न हर एक भारतीय में होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें गर्व है कि लुधियाना शहर से स्वतंत्रता संग्राम की प्रसिद्ध पार्टी मजलिस अहरार को मौलाना हबीब उर रहमान लुधियानवी ने 1929 में बनाया था। इस अवसर पर बाहर से आये हुए शायर मुहम्मद मुजम्मिल मीयां, हस्सान नसीरावादी, सरदार पंछी, कारी मोहतरम ने अपना नातिया कलाम पेश किया। समारोह में चेयरमैन मजहर आलम, अध्यक्ष सिकंदर आलम, जनरल सचिव हिफजुर रहमान (बबइू), मुजीब उर रहमान (डबलू) मुरादपुरा यूनिट, मुहम्मद शहनबाज, अकरम अली, मुहम्मद सरफराज, अंजूम असगर, शाही इमाम के मुख्य सचिव मुहम्मद मुस्तकीम अहरारी आदि ने आये हुए मेहमानों का शुक्रिया अदा किया।

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