Sunday 28 December 2014

शिक्षा प्रणाली में सुधार के लिए सांसदो, विधायको, सरकारी अध्यापकों व अधिकारियों के बच्चों की शिक्षा सरकारी स्कूलों में हो अनिवार्य : लाली

लुधियाना-(शिवराज शर्मा )  बसपा के मिशनरी कार्यकर्ताओ ने मौजूदा शिक्षा प्रणाली व स्वास्थय प्रणाली को दलित व गरीब विरोधी करार देते हुए कहा कि इस प्रणाली में सुधार के लिए सांसदो, विधायको, मंत्रियों, सरकारी अध्यापकों, अधिकारियों व डाक्टरों के बच्चों की पढ़ाई सरकारी स्कूलों व इलाज सिविल अस्पतालों से करवाना अनिवार्य करना होगा। अगर अधिकारी इसके लिए तैयार नहीं होते तो राज्य सरकारें, सरकारी स्कूल व अस्पतालों को बंद करके गरीब वर्ग के बच्चों के लिए भी प्राइवेट कान्वेंट स्कूलों व आधुनिक अस्पतालों में इलाज के प्रबंध करे। उपरोक्त सुझाव बसपा के मिशनरी नेता रमनजीत लाली ने रविवार को मिशनरी कार्यकर्ताओ की बैठक को संबोधित करते हुए दिया। लाली ने कहा कि सांसद व विधायक सतासीन होकर सरकारी सुविधाओं का आन्नद और आई ए एस, आई पी एस, पी सी एस अधिकारी खुद सरकारी नौकरी करके लाखों रुपये प्रतिमाह वेतन तो लेना चाहते हैं। मगर अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में शिक्षा व सरकारी अस्पतालों में उनका इलाज नहीं करवाना चाहते। अगर अधिकारी अपने बच्चों के सरकारी स्कूलों में शिक्षा दिलवाएं तो उन्हें सरकारी स्कूलों व अस्पतालों की दुर्दशा का ज्ञान हो जाएगा। कि गरीब के बच्चों व अमीरों के बच्चों में क्या फर्क होता है। लाली ने पंजाब के शिक्षा मंत्री दलजीत सिंह चीमा की तरफ से मंत्रियों, विधायकों, सांसदो, सरकारी अध्यापकों व डाक्टरो के बच्चों को सरकारी स्कूलों में शिक्षा के बाध्य करने में असमर्थता जताने के बयान को भी दुर्भागयपूर्ण बताया । पंजाब में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर ंिचता प्रगट करते हुए उन्होने कहा कि पुलिस वीवीआईपी लोगो की सुरक्षा में तैनात रहती है। दूसरी तरफ चोर, लुुटेरे सरे बाजार लोगो को लूटकर फरार हो रहें हैं। इसलिए वीवीआईपी कल्चर खत्म करके जनात की सुरक्षा को मजबूत किया जाए। बुर्जुगों के गुजर बसर के लिए राज्य सरकारी की तरफ से दी जा रही बुढ़ापा पैंशन को नाकाफी बताते हुए उन्होने पंजाब के मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि वह बुढ़ापा पैंशन को बढ़ाकर कम से कम एक हजार रुपये करें ताकि वृद्ध अवस्था में उन्हें दो वक्त की रोटी तो मिल सके। इस अवसर पर  ज्ञान सिंह बाली, पार्षद हंस राज, नरेश बसरा, सुरिन्द्र सिंह, डा. मलकीत शेरपुर, सिंकदर सिंह, हरबंस लाल स्वामी, हरबंस सिंह, कशमीर बहादुरके, सरपंच बलविन्द्र सिंह, महिन्द्र पाल, सुरिन्द्र कासाबाद, रूलदू राम कादिया, वरिन्द्र कोफी व अन्य भी उपस्थित थे।

No comments:

Post a Comment