लुधियाना--- समाज सेवी संगठन राष्ट्र धर्म ने पंजाब में आर्थिक तौर पर कमजोर वर्ग को बच्चों को शिक्षित करने के लिए राइट-टू-एजुकेशन एक्ट को पंजाब में लागू करवाने और प्राइवेट स्कूलों की मनमानियों के विरोध में आंदोलन के लिए 31 सदस्सीय टीम का गठन करके आंदोलन की घोषणा की। आंदोलन के पहले चरण में राज्य के शिक्षा मंत्री दलजीत सिंह चीमा को ज्ञापन सौंपकर राज्य में सीबीएससी पैटर्न और प्राइवेट स्कूलों में राइट-टू-एजुकेशन एक्ट के तहत आर्थिक तौर पर पिछड़े विद्यार्थीयों को शिक्षा का अधिकार दिलवाने के लिए रेगुलेटरी कमीशन स्थापित करने की मांग करेगा। अगर फिर भी स्कूलों राइट-टू-एजुकेशन एक्ट लागू न हुआ तो शहर को चार भागों में विभाजित करके संगठन की तरफ से गठित की 31 सदस्सीय कमेटी के सदस्यों को जिम्मेदारियां सौंपकर राइट-टू-एजुकेशन एक्ट के तहत बच्चों को शिक्षित करने से मना करने वाले स्कूलों की सूचियां तैयार कर उनकी पोल खोली जाएगी। उपरोक्त जानकारी राष्ट्र धर्म े मुख्य संयोजक विनोद जैन और संयोजक कुंवर रंजन सिंह ने स्थानीय तालाब मंदिर में संगठन की विशेष बैठक को संबोधित करते हुए दी। उन्होने पंजाब सरकार पर राइट-टू-एजुकेशन एक्ट के प्रति गंभीर न होने के आरोप लगाते हुए कहा कि शिक्षा के अधिकार के तहत अपने आस पास के क्षेत्रों के स्कूलों में दाखिला न मिलने से हजारों विद्यार्थीयों का भविष्य धुंधला होता जा रहा है। वहीं राज्य सरकार की उदासीनता के चलते प्राइवेट स्कूल संचालक, दाखिला व बिल्डिंग फंड के नाम पर लाखों रुपये बटोर कर लूट मचा रहें हैं। जिससे मजबूर होकर राष्ट्र धर्म ने आर्थिक तौर पर पिछड़ों को शि7ा का आधार दिलवाने के लिए 31 सदस्यीय संघर्ष कमेटी का गठन करके उसमें राष्ट्र धर्म की मुख्य इकाई, सुवा विंग व महिला विंग के सदस्यों को शामिल करके संघर्ष का बिगुल बजाया है। इस अवसर पर बालकृष्ण वर्मा, सोहन लाल गर्ग, संजीव मल्हौत्रा, राजन पाठक, अशोक शर्मा, मुकेश भार्गव, सुरिन्द्र लांबा, प्रवीण मल्हौत्रा, मंजू म्लहौत्रा, तारा रानी, संजीव कुमार, विक्की आन्नद, बालकृष्ण, नीरज कुमार सहित अन्य बी मौजूद थे।
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