लुधियाना- (सम्राट )नई दिल्ली से अमृतसर तक सडक़ीय मार्ग द्वारा सफर करने वाले यात्री शीघ्र ही और अधिक आनंदमयी सफर का लुत्फ उठा सकेंगे क्योंकि राष्ट्रीय राजमार्ग न: 1 (एन एच-1) पर पंजाब अधीन पड़ती सडक़ के मुख्य हिस्सों पर नेशनल हाई-वे अथॉरिटी ने कार्य आरंभ कर दिया है। 470 कि.मी लंबे इस मार्ग की पंजाब के उद्योगों के विकास में भी अह्म योगदान है। एन एच-1 को संपूर्ण करने के लिए 15 मई, 2015 तक का समय निर्धारित किया गया है। इस संबंधी अधिक जानकारी देते हुये पंजाब सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि राज्य सरकार ने बहुत बार नेशनल हाई-वे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पास इस राष्ट्रीय राजमार्ग को पूरा करने का मुद्दा उठाया था क्योंकि कई स्थानों से इसका कार्य गत् समय से बंद पड़ा था। उन्होंने कहा कि अब अथॉरिटी ने पंजाब की मांग मानते हुये कार्य में तेजी ला दी है और कई पुल जो अधूरे पड़े थे उनपर कार्य आरंभ कर दिया गया है। इस तहत 130 करोड़ रुपये की लागत वाले डेराबस्सी पुल के निर्माण का कार्य भी आरंभ कर दिया गया है। इसी प्रकार लुधियाना- फिरोज़पुर रोड पर 6 कि.मी के टुकड़े पर रुका हुआ कार्य भी आरंभ कर दिया गया है। इसी प्रकार लुधियाना-चंडीगढ़ रोड पर पड़ते 6 कि.मी के टुकड़े पर भी 15 फरवरी, 2015 तक संपूर्ण कर लिया जायेगा। उन्होंने बताया कि नेशनल हाई-वे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने बिद्धीपुर रेलवे फाटक से ढिलवां तक की 20 कि.मी लंबी सडक़ पर कार्य आरंभ कर दिया है और अमृतसर -पठानकोट राष्ट्रीय मार्ग पर भी निर्माण कार्य तेज कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधाकिरण ने भरोसा दिया है कि लंबे समय से इंतजार किये जा रहे लुधियाना-मोगा-फिरोज़पुर सडक़ को चार मार्गीय करने का कार्य शीघ्र ही आरंभ कर दिया जायेगा। इस सडक़ पर एक निजी कंपनी द्वारा कार्य की लापरवाही के कारण यहां निर्माण कार्य रूका पड़ा था परंतु अब प्राधिकरण ने स्वयं कार्य अपने हाथ में लेने के लिए सहमति दी है। प्रवक्ता ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग विकास प्रोजेक्ट अधीन अबतक कई चार मार्गीय सडक़ प्रोजेक्टों को 1314 करोड़ रुपये की लागत से पूरा कर लिया गया है। ऐसे प्रोजेक्टों संबंधी विस्तृत जानकारी देते हुये उन्होंने कहा कि कुराली -कीरतपुर साहिब की 44.600 कि.मी सडक़ को 309 करोड़ की लागत से पूरा कर लिया गया है। इसी प्रकार भोगपुर-मुकेरियां सडक़ को 300 करोड़ की लागत से दिसंबर 2013 में चार मार्गीय किया गया। उन्होंने बताया कि 102.420 कि.मी लंबी पंठानकोट-अमृतसर सडक़ को 705 करोड़ रुपये की लागत से नवंबर, 2014 में 4 मार्गीय कर दिया गया है।
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