Tuesday 30 December 2014

पंजाब सरकार का आम जनता को नव वर्ष का तोहफा

*अब घर बैठे डाक के माध्यम से मिलेगा ड्राइविंग लाइसैंस
*जिला लुधियाना योजना लागू करने वाला उत्तरी भारत का पहला जिला बना
लुधियाना-(सम्राट) पंजाब सरकार द्वारा आम जनता को सरकारी सेवाएं उनके दरवाजे तक मुहैया करवाने के लिए देखे गए उप मुख्यमंत्री का सपना उस समय कुछ हद तक पूरा हो गया जब परिवहन विभाग पंजाब की तरफ से जिला लुधियाना के आवेदनकर्ताओं को घर बैठे ही ड्राइविंग लाइसैंस की डाक के माध्यम डिलीवरी करने की योजना का आज स्थानीय सुविधा केंद्र में जिलाधीश रजत अग्रवाल द्वारा शुभारंभ किया गया। परिवहन विभाग की तरफ से दावे के साथ कहा जा रहा है कि लुधियाना यह सुविधा चालू करने वाला पंजाब का  ही नहीं बल्कि उत्तरी भारत का पहला जिला बन गया है और पंजाब सरकार द्वारा जिला लुधियाना निवासियों को ही नहीं बल्कि पूरे पंजाब निवासियों को नव वर्ष का तोहफा है। इस योजना के पहले लाभपात्री को उसका ड्राइविंग लाइसैंस दस्ती देने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए श्री आग्रवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल व उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल का यह सपना है कि पंजाब सरकार द्वारा दी जाने वाली जनहित सेवाएं उनकी चौखट पर मुहैया करवाई जाएँ,जिससे आम जनता को सरकारी कार्यालयों में धक्के न खाने पड़ें। उन्होंने कहा की जिले में परिवहन विभाग का पूरा रिकार्ड कंप्यूटरीकृत करने के बाद विभाग की तरफ से यह नई योजना शुरू की गयी है,जिसके तहत अब आवेदन कर्ता को ड्राइविंग लाइसैंस  लिए सरकारी कार्यालय में नहीं आना पड़ेगा व धोखेबाज़ एजैंटों से भी निजात मिलेगी। उन्होंने बताया कि जब आवेदन कर्ता का लाइसैंस बन कर तैयार हो जाया करेगा तो उसका लाइसैंस डाक के माध्यम से नगर निगम की हद में दो दिन में और नगर निगम की हद के बाहर 3 दिन में मुहैया करवाया जायेगा। इसके लिए आवेदन कर्ता से क्रमश: 20 से 40 रुपये वसूले जायेंगे।इस संबध में डाक विभाग से समझौता किया गया है। यह डाक स्पीडपोस्ट होगी और लाइसैंस गुम जाने की सूरत डाक विभाग प्रति केस सौ रूपए जुर्माना देगा। जिलाधीश ने बताया कि वैसे तो डाक विभाग ने दावे से कहा है कि उनके विभाग की तरफ से गुम हुई चिठ्ठियों की फीसदी महज 0.025 है पर मान लो यदि फिर भी डाक के जरिए भेजा लाइसैंस खो जाता है तो परिवहन विभाग से हर्जाने के रूप में प्राप्त हुए सौ रुपए से आवेदन कर्ता को नए आवेदन के लिए भटकने की जरुरत नहीं होगी। जिला परिवहन अधिकारी अनिल गर्ग ने बताया कि लाइसैंस बनाने के लिए आवेदन करने वाले को बाकायदा बार कोड सहित रिसीव पत्र दिया जायेगा,इस बार कोड के जरिए आवेदन कर्ता इंटरनैट से अपने लाइसैंस की मौजूदा स्थिती का घर बैठे पता लग सकता है.। नगर निगम की हद में पीला लिफाफा और हद के बाहर गुलाबी लिफाफा इस्तेमाल किया जायेगा। यदि लर्निंग लाइसैंस की डिलीवरी है तो सफ़ेद रंग का लिफाफा प्रयोग में लाया जायेगा।

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