Saturday 17 January 2015

ऑल इंडिया रेलवे मैंज़ फैडरेशन ने अपनी मांगों के संबध में रेलवे स्टेशन के बाहर दिया धरना

*मांगे न मानने पर हो सकती है रेलवे की अनिश्चितकालीन हड़ताल 
लुधियाना-(शिवराज)
 ऑल इंडिया रेलवे मैंज़ फैडरेशन द्वारा अपनी मांगों को लेकर रेलवे स्टेशन के बाहर धरना-प्रदर्शन किया जिसमे रेलवे के कर्मचारी बड़ी गिनती में शामिल हुए.। यूनियन द्वारा रोष मार्च भी निकाला गया जो डीज़ल शैड से शुरू हो कर रेलवे के विभिन्न हिस्सों से होते हुए रेलवे स्टेशन पहुंचा। धरने को कामरेड दलजीत सिंह डिवीजनल सचिव एनआरएमयू फिरोज़पुर डिवीजन,कामरेड घनश्याम सिंह शाखा सचिव,कामरेड अशोक कुमार शाखा सचिव,कामरेड सुखजिंदर सिंह प्रधान,कामरेड कुलविंद्र सिंह शाखा सचिव इंजीनीयर ब्रांच,कामरेड सुरजीत सिंह शाखा सचिव लोको शैड,कामरेड कुलदीप रॉय डिवीजनल उपाध्यक्ष व कामरेड सोमनाथ ने संबोधित किया। प्रवक्ताओं ने रेलवे में सरकार द्वारा 100 प्रतिशत एफडीआई के विरोध में बोलते हुए कहा कि फैडरेशन ने भारत सरकार की तरफ से रेलवे में सौ प्रतिशत एफडीआई को मंजूरी के खिलाफ व अपनई 36 सूत्री मांगों के पक्ष में 18 से 20 नवंबर 2014 को हुबली में 90 वीं कांफ्रेंस की थी परन्तु भारत सरकार ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। जिस कारण फैडरेशन ने अनिश्चितकालीन हड़ताल जाने का फैसला कर लिया है। उन्होंने कहा कि हड़ताल पर जाने से पहले फैडरेशन ने 12 जनवरी से 17 जनवरी 2015 तक एक जन जागरण मनाने सप्ताह का फैसला किया ,जिस दौरान 16 जनवरी तक रेलवे के हर विभाग में गेट रैलियाँ करके कर्मचारियों को अपनी ज्वलंत मांगों के विषय में अवगत करवाया । प्रवक्ताओं ने कहा कि रेलवे के कर्मचारियों की गिनती दिन प्रतिदिन घटरही है जबकि गाडिय़ों की संख्या में वृद्धि हो रही है। ऐसी स्थिती में कर्मचारियों की तरफ से रेलवे के हर एक काम में खासकर गाडिय़ों की आवाजाही के साथ साथ सुरक्षा को बरकऱार रखना कठिन हो गया है। उन्होंने रेलवे में 100 प्रतिशत एफडीआई रद्द करने,नई पैंशन स्कीम रद्द करने व पुरानी स्कीम लागू करने,बोनस पर लगी 35000 रुपये की सीलिंग रद्द करने,रेलवे बजट में घोषित कल्याणकारी योजना लागू करने,रेलवे के अस्पतालों की हालत सुधार कर प्राइवेट अस्पताल को रिकोग्नाइज्ड करने,रिक्त पदों को भरने,7 वें पे कमीशन की सिफारिशों के तहत निर्धारित सीमा में लागू करने सहित और कई मांग की।

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